बोर्ड के संबद्ध उपविधियों के अनुसार, शिक्षकों को प्रति वर्ष न्यूनतम 5 दिनों के सेवाकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रमों में भाग लेना अनिवार्य है और प्रत्येक स्कूल को रु. 10,000/- प्रशिक्षण विकास के रूप में सीबीएसई को देने होंगे। वर्तमान में, बोर्ड 16 क्षेत्रीय कार्यालयों के साथ स्थापित 17 उत्कृष्टता केंद्र के माध्यम से विशेष रूप से स्वतंत्र निजी स्कूलों में शिक्षकों की क्षमता निर्माण की आवश्यकता को पूरा कर रहा है। क्षमता निर्माण कार्यक्रमों का उद्देश्य विषय ज्ञान, शिक्षण कौशल को बढ़ाना और नई शिक्षण तकनीकें सीखना, कक्षाओं में पाठ्यचर्या के आनन्दमय और नवीन संव्यवहार को सक्षम बनाना, शिक्षकों के लिए उनकी अपने व्यावसायिक प्रगति योजना में विकास करने के लिए पारिस्थितिकी तंत्र प्रदान करके शिक्षकों के व्यावसायिक कल्याण के लिए सुविधा प्रदान करना है, और स्कूलों को सर्वोत्तम प्रथाओं, शिक्षण शास्त्रों, वार्षिक योजनाओं आदि का आदान-प्रदान करने में सक्षम बनाना।

प्रत्येक वर्ष प्रशिक्षण के लिए एक विषयवस्तु की घोषणा की जाएगी और यह बोर्ड द्वारा अपने अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से प्रशिक्षण के लिए किया जाएगा। यह अपेक्षित है कि स्कूल इस विषयवस्तु से संबंधित प्रशिक्षण का आयोजन या उसमें उपस्थिति होना सुनिश्चित करेंगे कि शिक्षक अपनी कक्षाओं में इसका उपयोग करने के लिए अपेक्षित विशेषज्ञता हासिल कर लें। 2019-2020 के लिए विषयवस्तु सक्रिय और अनुभवात्मक अधिगम सहित नवप्रवर्तनकारी शिक्षण शास्त्र है।

• सभी नए संबद्ध स्कूल, स्विच ओवर स्कूलों, उन्नयन स्कूलों और संबद्धता प्राप्त करने वाले स्कूलों के स्कूल प्रबंधन प्रतिनिधि और प्रधानाचार्यों के लिए उत्कृष्टता केन्द्रों द्वारा अनिवार्य परिचय कार्यक्रम

• सभी स्कूल प्रधानाचार्यों के लिए उनके नेतृत्व प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए वर्ष के लिए प्रशिक्षण के घोषित विषयवस्तु के संबंध में उत्कृष्टता केन्द्रों द्वारा अनिवार्य प्रशिक्षण कार्यक्रम

• वार्षिक बोर्ड परीक्षाओं की शुरुआत से पहले संबंधित हितधारकों के लिए परीक्षा और मूल्यांकन के संचालन पर बोर्ड द्वारा अनिवार्य कार्यशालाएं/ मॉड्यूल का आयोजन करना।

• क्षमता निर्माण कार्यक्रम (विषय विशिष्ट और सामान्य)

• विशेष कार्यक्रम जैसे, नेतृत्व, व्यावसायिक पाठ्यक्रम
प्रत्येक विद्यालय एक प्रशिक्षण नोडल समन्वयक मनोनीत करेगा:
• शिक्षकों की प्रशिक्षण आवश्यकताओं का आकलन करना और प्रशिक्षण कैलेंडर को डिजाइन और कार्यान्वित करने में प्रधानाचार्य की सहायता करने के लिए
• कार्यक्रमों के वास्तविक संचालन के लिए उत्कृष्टता केंद्र के साथ समन्वय करने के लिए
• कार्यक्रमों के रिकॉर्ड का रखरखाव करने
• कार्यक्रम की गुणवत्ता के बारे में उत्कृष्टता केंद्र को रचनात्मक प्रतिक्रिया प्रदान करने के लिए